🌼विवाह पंचमी विशेष 🌼
आज 19 दिसंबर को विवाह पंचमी मनाई जाएगी। मार्गशीष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम और सीता का विवाह हुआ था। इसी वजह से हिंदू धर्म में विवाह पंचमी का खास महत्व है। इस दिन भगवान राम और सीता जी की पूजा अर्चना की जाती है. मान्यता है कि जो लोग भी सच्चे दिल से विवाह पंचमी की पूजा करते हैं उनकी सभी समस्याएं दूर हो जाती है। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन सुखी रहता है। वहीं जिनकी शादी में अड़चन आ रही है उन्हें भी सुयोग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
सीता जन्मभूमि जनकपुरधाम (नेपाल) और अयोध्या में आज भी विवाह पंचमी बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। इस दिन भगवान राम और सीता का विवाह कार्यक्रम रखा जाता है और मंदिरों में विशेष पूजा की जाती है।
🙏🏼 *_पूजा विधि_*
*_सबसे पहले सुबह स्नान कर के साफ-सुथरे कपड़े पहन लें. इसके बाद श्री राम विवाह का संकल्प लें। अब भगवान राम और माता सीता की मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद भगवान राम को पीले और माता सीता को लाल वस्त्र अर्पित करें। इसके बाद बालकाण्ड में विवाह प्रसंग का पाठ करें। इस दिन बालकाण्ड में भगवान राम और सीता जी के विवाह प्रसंग का पाठ करना शुभ माना जाता है। इस दिन रामचरितमानस का पाठ करने से भी पारिवारिक जीवन सुखमय होता है। भगवान राम और माता सीता की पूजा करने से घरेलू कलह दूर हो जाती है।
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