चतुर्थं भाव के कारकत्व :-
1. माँ
2. वाहन
3. भूमि /घर
4. सुख (परिवार /भौतिक सुख )
5. विद्या ( 2h से मौखिक ,3H से शारिरिक , 4H से विधालय ,और 5H से उच्च शिक्षा )
6. बाग़ बगीचे
7. भार्या का उपार्जन ( 4h 10th है 7h का )
8. पूर्व जन्मो के पुण्यो के दोष भी इसी भाव से देखते है क्योंकि ये 5h का 12th है और 5h पूर्व जनम के कर्म है।
9. chest
10. upar ka peet
11. mann
12. विरोधी दल
13. छोटे भाई बहनो का मारक स्थान (2H from 3H)
14. Lungs
15. Heart
16.भूमि के नीचे की चीजें
17.pita ka marak sthan
18. elder siblings ka rinn rog ripu
19.दुध और दूध से बने पदार्थ
20.इत्र और सुगन्धित वस्तुएं
21.दिव्य औषधि
22.yash,kriti,prashansa
23.jhutha arop
24.ghar ki wapasi
25. sabhi prakar ke pashudhan
26. ghar ka chhutna
27. vastra,poshak
28. नदी,तालाब,कुयाँ,पानी की टंकी
29. Dusra kendra sthan
30. Moksh trikone ka pehla bhav
31. राजनीतिक जीवन वृत्ति का भाव
32. Janta ( aam public )
33. Chote bhai behno ka dhan sthan
34. क्षेत्रीय राजनीति
35. विपक्षी पार्टी
36. Industries
37. विवाह
38. सम्पत्ति की क्रय विक्रय
39. स्थान परिवर्तन(घर या नगर)
40. bhagya ki hani and suuden bhagya se prapti
41) घर बनाना
42. घर भाड़े पर लगाना
43. हमेशा बीमार रहना
44. प्राइमरी शिक्षा
45. पढाई बन्द होना
46. उच्च शिक्षा के लिए 4/9/11 का सम्बन्ध होना।
47. जमीन की खरीदारी
48. परीक्षा में असफलता
49. शिक्षा न होना
50. स्वयं का वाहन होना
51. वाहन बेचना
52. वाहन की चोरी होना
53. माँ से जुदाई
54. माँ की मृत्यु
55. घर का बदलाव
56. नौकरी में बदलाव
57. घर वापस आना
58. गोद लेना
59. इन्कमटैक्स रेड
60. कॉलेज में दाखला।
Monday, August 7, 2017
4th House Significator in Astrology
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