प्रथम भाव में स्थित राहु का फल
इस भाव में स्थित राहू के मिश्रित फल कहे गए हैं। आप परोपकारी और धैर्यवान व्यक्ति हैं। यहां स्थित राहू आपके कद को ऊंचा बनाता है। आपका शरीर कभी रोगी तो कभी निरोगी रहता है। आपको धन की कमी नहीं रहेगी। कहीं न कहीं से किसी न किसी माध्यम से आपको धन की प्राप्ति होती रहेगी। आप दूसरे के धन अपने लिए प्रयोग करेंगे साथ ही उसी धन से दूसरों को भी लाभ पहुंचाना चाहेंगे।
आप अपने जीवन काल में विभिन्न भोगों का उपभोग करेंगे। आपका वेष लोगों में प्रभावशाली रहेगा। आप बडों से विनम्र व्यवहार करते हैं। आप छोटे स्तर में पैदा होकर भी बडा स्तर प्राप्त कर पाएंगे और लोगों की नजरों में श्रेष्ठता प्राप्त करेंगे। आप साहसिक कार्य करने में दक्ष हैं लेकिन हो सकता है कि शिक्षा में आपका ध्यान कम हो। फिर भी आप व्यवहारिक कामों में निपुण होंगे और दूसरों से अपना काम करवाने में समर्थ होंगे।
आप अपने वादे को पूरा करने में विश्वास रखते हैं। आप बुद्धिमान और व्यवहार कुशल व्यक्ति हैं लेकिन यहां स्थित राहू के कुछ अशुभ परिणाम भी कहे गए हैं अत: आपमें बेवजह शक करने की आदत हो सकती है। अच्छे को बुरा और बुरे को अच्छा समझने का भ्रम रह सकता है। आप चाहेंगे कि हर व्यक्ति आपके निर्देशानुसार आचरण करे। इसकारण आप लोगों की नजरों से गिर सकते हैं।
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