Jupiter in house will give expertise and emotions of that particular house signicance.
गुरु ज्ञान का ग्रह है और कुंडली में जिस भाव में बैठता है उस भाव से संबंधित ज्ञान व्यक्ति को एक एक्स्पर्ट से ज़्यादा हो जाता है यह ज्ञान दिन ब दिन बढ़ता रहता है।
जैसे गुरु अगर दूसरे भाव में हो तो व्यक्ति को धन संबंधी ज्ञान या धन को जोड़ने की आदत होती है।
चौथे भाव में घर और वाहन की जानकारी ज़्यादा होती है।
छटे घर में रोगों का इलाज डॉक्टर से ज़्यादा जानता है
सातवें घर में सेक्स करने की कला में निपुण होता है।
नौवें घर में धर्म संबंधी जानकारी ज़्यादा होती है ।
ग्यारहवें घर में आय संबंधी जानकारी बिना किसी के सिखाये आ जाती है। साथ ही जातक गुरु जिस भाव में हो उस भाव के कारकों के लिये काफ़ी इमोशनल भी होता है ।
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